मेरी कविताएँ

मेरी कविताएँ

कविता

मै चाहता हू, तूझसे कभी ना मिलुमैं बस एक भरम हु,तेरे काबिल नही तुम हो एक सुंदर रचना कोई किताब

मेरी कविताएँ

प्रेम की कविता

हे प्राणप्रिये हे प्राणप्रियेसुनले हृदय की पीर प्रिये कितनी बतिया हैं कह डारीकितनी कहनी शेष हैंमेरे हिय की स्पंदन सुनतू

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