कल रात मेरे दरवाजे को एक खुश्बू छूकर गुजर गई
वीरा था दिल का चमन, वो महका कर गुजर गई !
मैं जानता हूं इस जनम, मिलन मुमकिन नही उनसे
वो किसी और जनम का पता बताकर गुजर गई !
जो वादे दिल से नही होते वो टूट जाते है अक्सर
किसी ने मुझसे भी किया था कभी, पर वो बिसर गई !
मैं किसी को नही तोलता अच्छाई और बुराई से
वो मेरे लिए है कीमती , उसे वो दिल में बसा कर गुजर गई !
वो साथ है तो अहसास हैं, जिंदा होने की
उसे दीवानी और मुझे दीवाना बना कर गुजर गई !!